इसराइल-फ़लस्तीनी संघर्ष: इन अंतरराष्ट्रीय क़ानूनों से थम सकती है जंग?
BBC
युद्ध को लेकर कई अंतरराष्ट्रीय क़ानून हैं, जो लड़ने के तरीक़ों से लेकर आम लोगों की सुरक्षा को सुनिश्चित करते हैं, क्या ये क़ानून इसराइल और फ़लस्तीनी लोगों के संघर्ष में भी लागू होते हैं.
अंतरराष्ट्रीय क़ानून के ज़रिए दुनिया के देशों की फ़ौज़ी ताक़त पर निगरानी रखी जाती है और इसी बीच हमास और इसराइल के बीच जारी लड़ाई पर इसे लेकर बहस जारी है. ग़ज़ा में पुरानी कार्रवाइयों की तरह इस बार भी ऐसा संभावना है कि इसराइल हमेशा की तरह कहेगा कि वह आत्मरक्षा के लिए ऐसा कर रहा है और जो वैध है. संयुक्त राष्ट्र के चार्टर का अनुच्छेद 51 कहता है कि आत्मरक्षा का अधिकार अंतरराष्ट्रीय क़ानून का मूलभूत सिद्धांत है. हालाँकि, इस सिद्धांत के कई पक्षों पर विवाद है. इस पर सार्वभौमिक रूप से सहमति है कि कोई राष्ट्र हथियारबंद हमले के ख़िलाफ़ अपनी रक्षा कर सकता है. वहीं, कुछ बहस इस बात को लेकर भी है कि कितनी तीव्रता के हथियारबंद हमले को एक राष्ट्र ख़ुद के आत्मरक्षा के रूप में क़ानूनी रूप से परिभाषित कर सकता है.More Related News