इन 3 राशियों पर शुरू होगी शनिदेव की साढ़ेसाती, बुरे प्रभाव से बचाएंगे ये 5 उपाय
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शनि की साढ़ेसाती हर बार नकारात्मक परिणाम ही दे ऐसा जरूरी नहीं है, कई बार सकारात्मक नतीजे भी मिल सकते हैं. लेकिन अगर शनि की साढ़ेसाती की वजह से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है तो इन उपायों को आजमा सकते हैं.
नई दिल्ली: न्याय के देवता कहे जाने वाले शनिदेव का नाम सुनते ही ज्यादातर लोग घबरा जाते हैं क्योंकि ऐसा माना जाता है कि शनिदेव (Shani Dev) हर व्यक्ति को उसके कर्मों के अनुसार फल देते हैं. खासकर शनि की साढ़ेसाती (Shani Ki Sadhesati) का नाम सुनते ही ऐसा लगता है कि कुछ बुरा होने वाला है. लेकिन ये गलत धारणा है. शनि की साढ़ेसाती अच्छे और बुरे दोनों तरह के फल दे सकती है. ज्योतिषियों के अनुसार, जब शनिदेव राशि में परिवर्तन करते हैं उसे ही साढ़ेसाती कहा जाता है. शनिदेव की हर चाल का असर सभी 12 राशियों पर होता है. शनिदेव काफी धीरे चलते हैं. इनका राशि परिवर्तन भी अन्य की तुलना में कम होता है. इसलिए एक बार जिन पर ढैया और साढे़साती शुरू हो जाती है, उन्हें जल्द आराम नहीं मिल पाता. आपको बता दें कि अगले साल 29 अप्रैल 2022 को शनिदेव का राशि परिवर्तन होगा. इस दिन वे मकर राशि से निकलकर कुंभ में गोचर करेंगे.Shagun Yojana: बेटियों की शादी पर सरकार दे रही 31,000 रुपये की मदद, जानिए- किस विभाग में मिलना होगा?
Shagun Yojana ki Jankari: राज्य सरकार की ओर से गरीब परिवारों को बेटियों की शादी पर शगुन दिया जाता रहा है. योजना का मुख्य उद्देश्य 18 वर्ष से अधिक आयु के बीपीएल परिवारों की लड़कियों और महिलाओं पर बेटियों की शादी का बोझ कम करके उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान करना है.
How to apply for internship scheme: स्कीम के तहत पात्र उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पूरा करने वाले छात्र हैं. इनमें ITI प्रमाणपत्र रखने वाले, पॉलिटेक्निक संस्थानों से डिप्लोमा रखने वाले या स्नातक की डिग्री रखने वाले लोग शामिल हैं. इन्हें ही आवेदन करने की पात्रता है. यह कार्यक्रम विशेष रूप से 21 से 24 वर्ष की आयु के भारतीय नागरिकों के लिए डिजाइन किया गया है जो वर्तमान में फुल टाइम रोजगार या शिक्षा में नहीं हैं.