आतंकियों को पालने वाला पाकिस्तान अब खुद हो रहा शिकार... पिछले एक महीने में 77 आतंकी हमले, 4 महीने में 323 लोग मारे गए
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पाकिस्तान के अंदर अप्रैल में दर्ज किए गए कुल आतंकवादी हमलों में से 73 फीसदी खैबर पख्तूनख्वा में हुए, जिनमें प्रांत के आदिवासी जिले भी शामिल थे. पिछले महीने प्रांत में 56 हमले हुए थे. हमलों में 43 लोग मारे गए. इसमें सुरक्षा बलों के 26 सदस्य और 17 नागरिक शामिल थे.
पाकिस्तान (Pakistan) की राजधानी इस्लामाबाद स्थित थिंक-टैंक की एक सुरक्षा मूल्यांकन रिपोर्ट में कहा गया है कि मार्च में थोड़ी शांति के बाद, अप्रैल में पाकिस्तान में आतंकवादी हमले एक बार फिर बढ़ गए हैं. पिछले महीने देश के अंदर 77 हमले हुए हैं. Dawn News की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान इंस्टीट्यूट फॉर कॉन्फ्लिक्ट एंड सिक्योरिटी स्टडीज (PICSS) ने एक रिपोर्ट में कहा है कि इन हमलों में खैबर पख्तूनख्वा को विशेष रूप से खामियाजा भुगतना पड़ा है. इलाके में 35 नागरिकों और सुरक्षा बलों के 31 सदस्यों सहित 70 लोग मारे गए हैं.
रिपोर्ट में कहा गया है कि चार आतंकवादी मारे गए और हमलों में 32 नागरिक और 35 सुरक्षाकर्मी घायल हो गए. इसकी तुलना में, मार्च के दौरान 56 आतंकवादी हमले हुए, जिनमें 77 मौतें हुईं और 67 लोग घायल हुए.
आतंकी हमले में 38 फीसदी की बढ़ोतरी
ये आंकड़े देश में होने वाले आतंकवादी हमलों की तादाद में 38 फीसदी की बढ़ोतरी दिखाता है. हालांकि मौतों में नौ फीसदी की गिरावट आई है और घायलों की संख्या में कोई बदलाव नहीं हुआ है. सेक्योरिटी रिपोर्ट में पिछले महीने के दौरान कई संभावित हमलों को फेल करने में देश के सुरक्षा बलों की कोशिशों का भी जिक्र किया गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि कम से कम 55 संदिग्ध आतंकवादी मारे गए और आत्मघाती हमले में शामिल व्यक्तियों सहित 12 अन्य को गिरफ्तार किया गया. इसके साथ ही मार्च की तुलना में आतंकवादी मौतों में 55 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई.
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पख्तूनख्वा में सबसे ज्यादा हमले
इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट ने गुरुवार को युद्ध और मानवता के खिलाफ अपराधों को लेकर इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और पूर्व रक्षा मंत्री योव गैलेंट के लिए गिरफ्तारी वारंट जारी किया. आईसीसी ने नेतन्याहू और गैलेंट पर मानवता के खिलाफ अपराधों का आरोप लगाया, जिसमें हत्या, उत्पीड़न और अमानवीय कृत्यों की बात कही गई.