अंबाला: कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन, केंद्रीय मंत्री कटारिया ने रद्द किया कार्यक्रम
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विरोध कर रहे एक किसानों से जब पूछा गया कि वे मंत्री को यहां कार्यक्रम क्यों नहीं करने दे रहे? तो उन्होंने कहा, 'केंद्र कृषि कानूनों को वापस नहीं ले रहा. जब सरकार हमारी आवाज नहीं सुन रही है, तो हमारे पास क्या विकल्प बचा है.'
केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ किसान सड़कों पर हैं. किसान संगठनों का प्रदर्शन भी लगातार जारी है. इस बीच केंद्रीय मंत्री रतन लाल कटारिया ने अंबाला शहर में अपने एक तय कार्यक्रम को रद्द कर दिया. केंद्रीय मंत्री ने किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए यह कार्यक्रम रद्द किया. हालांकि, जल शक्ति और सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री कटारिया ने दो अन्य सार्वजनिक कार्यक्रमों में भाग लिया. यहां बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था.सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात यह रही कि खींवसर को तीन क्षेत्रों में बांटकर देखा जाता है और थली क्षेत्र को हनुमान बेनीवाल का गढ़ कहा जाता है. इसी थली क्षेत्र में कनिका बेनीवाल इस बार पीछे रह गईं और यही उनकी हार की बड़ी वजह बनी. आरएलपी से चुनाव भले ही कनिका बेनीवाल लड़ रही थीं लेकिन चेहरा हनुमान बेनीवाल ही थे.
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